India Vs Pakistan Asia Cup Clash: भारत दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार रहा है. जम्मू-कश्मीर से लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में हुए हर आतंकी हमले में सीधे-सीधे पाकिस्तान का हाथ रहा है.
India Vs Pakistan Controversy: एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में आज खेले जाने वाले भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले का जमकर विरोध हो रहा है. ऐसा विरोध शायद पहली बार देखने को मिला है जब तमाम राजनीतिक दलों के साथ-साथ, आम लोग भी इस मुकाबले का विरोध कर रहे हैं. पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश के हर कोने से आवाज उठ रही है कि पाकिस्तान से हर तरह के संबंध तोड़ दिए जाएं.
लोगों का साफ तौर पर कहना है कि आतंक के पनाहगाह देश के साथ आपसी सद्भाव और भाईचारा बढ़ाने वाले खेल कैसे खेले जा सकते हैं. हालांकि, विरोध के उठते सुरों के बीच आज ये मुकाबला खेला जाने वाला है, जिसको लेकर पहलगाम हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी की पत्नी ने लोगों से अपील की है कि वे भारत-पाक मुकाबले का बहिष्कार करें.
मैच को लेकर क्या है BCCI का तर्क
भारत-पाक मैच न कराने की मांग देश की जनता करती रही, लेकिन बीसीसीआई ने सरकार का हवाला देकर इससे कदम पीछे खींचने से इनकार किया. वहीं सरकार ने चार्टर का हवाला दिया. साथ ही कहा गया कि मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में भारत पाकिस्तान के साथ शेड्यूल के मुताबिक तय मुकाबले खेलेगा, लेकिन द्विपक्षीय सीरीज इन दोनों देशों के बीच नहीं खेली जाएगी. साथ ही यह भी कहा गया कि न तो पाकिस्तान की टीम भारत आएगी और न ही भारत की टीम पाकिस्तान का दौरा करेगी.
खून-पानी एक साथ नहीं बह सकता तो क्रिकेट क्यों?
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को जाने वाले सिंधु के पानी को रोकने का फैसला किया. सरकार ने साफ तौर पर कहा कि आतंकवादियों को पनाह देने वाले मुल्क के साथ हम कोई रिश्ता नहीं रख सकते हैं. सरकार के इस फैसले का देश ने समर्थन किया. ‘खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता है…’ पीएम मोदी से लेकर तमाम मंत्रियों की यही लाइन रही है, फिर क्रिकेट क्या देश के शहीदों के सम्मान से बड़ा हो गया? ये सवाल आज देश का हर नागरिक पूछ रहा है. सोशल मीडिया पर लोग सवाल कर रहे हैं कि जब खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते तो क्रिकेट और खून एक साथ क्यों?
लोगों के जेहन में ये सवाल है कि आखिर क्यों बीसीसीआई को ये मैच खेलना पड़ रहा है. जाहिर है कि इस मैच से पीछे हटने के कारण बीसीसीआई को न केवल एशिया कप में मैच प्वाइंट्स का नुकसान होता बल्कि, उस पर मोटा जुर्माना भी लग सकता था. आने वाले समय में कई बड़े आयोजन भारत में होने हैं, लिहाजा उस वक्त भी विवाद की स्थिति न बने…ऐसे में ये भी एक वजह हो सकती है कि बीसीसीआई ने एशिया कप में पाकिस्तान के साथ खेलने पर सहमति दे दी.
हालांकि, एशिया कप में भारत-पाक मैच को लेकर विरोध का ही असर है कि खुद बीसीसीआई के अधिकारी भी दुबई में नजर नहीं आ रहे हैं.
BCCI के कई अधिकारियों ने बनाई दूरी
कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि बीसीसीआई के अधिकारी आज होने वाले मुकाबले को देखने दुबई नहीं जाएंगे. वहीं ये भी कहा जा रहा है कि आईसीसी के मुखिया जय शाह भी दुबई में नहीं हैं. सूत्रों के मुताबिक, बीसीसीआई के कई पदाधिकारी भी नहीं चाहते थे कि भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप में मुकाबला खेला जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
मोटी कमाई पर पड़ता फर्क!
भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी मंच पर मुकाबला बहुत बड़ा मुकाबला माना जाता है और इसको लेकर दोनों देशों में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है. लेकिन, इस मुकाबले को लेकर भारत में उत्साह कम और विरोध के सुर ज्यादा उठ रहे हैं. भारत-पाक के बीच होने वाले मुकाबले से ब्रॉडकास्टर्स और आयोजकों को मोटी कमाई होती है. ऐसे में अगर ये मैच न हो, तो उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है. फिर सवाल ये भी है कि क्या पैसे के लिए शहीदों के सम्मान से समझौता किया जा सकता है. क्या पैसा देश की गरिमा से बढ़कर है?
लीजेंड्स लीग में भारत ने किया पाक का बयकॉट
हरभजन सिंह, शिखर धवन, सुरेश रैना जैसे पूर्व क्रिकेटरों से सजी भारत की टीम ने हाल ही में खेली गई लीजेंड्स लीग में पाकिस्तान के साथ खेलने से इनकार कर दिया था, उस वक्त पाकिस्तान टीम की कप्तानी शाहिद आफरीदी कर रहे थे, जो भारत के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आते. फैंस चाहते थे कि कुछ ऐसा ही एशिया कप में भी हो, लेकिन इसकी संभावना नजर नहीं आती है.
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